INTRODUCTION TO C LANGUAGE

                            C  PROGRAMMING  LANGUAGE






 C Programming ये language सीखने में बहुत ही आसान Language है | C Language में बहुत बड़े-बड़े softwares बनाए गए है जैसेकि, Operating Systems, Databases, Computer Drivers, Editors, Assembler, Compiler etc. | जो कोई C Programming अच्छी तरह से सीखता है तो उसे ज्यादातर कोई दूसरी language सिखने में कोई दिक्कत नहीं आती जैसीकि, C++, Core Java या Python .

C Language एक general purpose programming language है, जिसका उपयोग कई प्रकार के Applications बनाने में किया जाता है. C programming के द्वारा हम Windows या iOS जैसे Operating system से लेकर कई प्रकार Software विकसित कर सकते है. यह मशीन स्वतंत्र structured programming language भी है. जिसका अर्थ है, C Language programs विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर पर चल सकते है.

* HISTORY OF C 

 C Programming Language के इतिहास (history) की बात करे तो इसका विकास 1972 में Dennis Ritchie द्वारा AT&T (American Telephone & Telegraph) की bell laboratories में हुआ था. शुरुवात में C language को UNIX operating system में उपयोग करने के लिए design किया गया था. इससे पहले 1967 में, BCPL (Basic Combined Programming Language) नामक एक भाषा को मुख्य रूप से system software लिखने के लिये develop किया था.

C Language तब अधिक लोकप्रिय हुई जब Brian KernighanDennis Ritchie ने “The C Programming Language” नामक एक पुस्तक प्रकाशित की. आज C Program कई नयी programming लैंग्वेज में इस्तेमाल किये जाते है. यह तो था सी भाषा का इतिहास चलिए अब जानते है, C Language कहां उपयोग की जाती है.

 इसके कुछ उदाहरण नीचे दिए गये है:

  1. Operating System
  2. Compilers
  3. Database
  4. Application Software
  5. System Software
  6. 6. Network Driver  

Operating System

Operating System बनाने में C Program का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है. यह operating system  एक प्रकार का software है, जो hardware के साथ  communication करके  user को एक computer device पर अन्य application को चलाने की अनुमति देता है.

Compilers

Compilers एक software program है, जो programming language में लिखे गए instructions को processed करता है और उन्हें machine language में बदल देता है, जिससे computer processor के लिये उसको समझना आसान हो जाता है. C Language का उपयोग compiler के निर्माण में बहुत पहले से किया जाता है.

Database

data के systematic collection को database कहा जाता है. इसका उद्देश्य data management को simple और व्यवस्थित बनाना होता है. दुनिया के सभी बड़े DBMS Software (Oracle, MySQL, MS SQL) को C Language में ही code किया गया है. database सभी प्रकार की प्रणालियों में उपयोग किया जाता है.

Application Software

C program का उपयोग Application Software बनाने में बखूबी किया जाता है. यह आमतौर पर end user द्वारा उपयोग किया जाने वाला program या collection of program है. end user व्यक्ति है, जो software program और hardware device के बन जाने के बाद उनका उपयोग करता है. C language के उपयोग से database और spreadsheet जैसे Application software जाते है.

System Software

System Software एक प्रकार का computer program है, जिसे कंप्यूटर के hardware और application program को चलाने के लिए design किया जाता है. C Programming Language का उपयोग operating system और compiler जैसे system software को design करने में उपयोग किया जाता है.

Network Driver

Network Driver के program को भी C Language में ही लिखा जाता है. इन Network driver का कार्य Network device को computer और operating system के साथ – साथ अन्य Network  computer और Network Driver बीच communication करने में सक्षम बनाना होता है.

इसके अलावा Graphics सम्बंधित एप्लीकेशन जैसे computer व mobile games और embedded systems, language interpreters, assemblers बनाने में भी सी लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है.

Features of C Language in Hindi

C Language व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली भाषा है. यह कई सुविधाएं (features) प्रदान करती है, जिन्हें नीचे दर्शाया गया है.

1) सी लैंग्वेज एक सरल, लोकप्रिय और बेहद powerful language है, क्योंकि यह कई प्रकार के data type और functions प्रदान करता है.

2) यह एक machine independent language है. assembly language के विपरीत C program को विभिन्न मशीनों पर निष्पादित किया जा सकता है.

3) C language का उपयोग low-level programming और high level programming दोनों में ही किया जाता है. इसी कारण यह mid-level लैंग्वेज के नाम से जानी जाती है.

4) सी प्रोग्राम portable होते है, यानी इन्हें किसी भी compiler पर चलाया जा सकता है.

5) सी लैंग्वेज को structured programming language भी कहा जाता है, क्योंकि हम functions का उपयोग करके C program को कई भागों में तोड़ सकते है. जिससे इसे समझना और संसोधित करना आसान हो जाता है.

6) C programming language में खोजशब्दों (keywords) की संख्या बहुत कम है. इसके standard version में 32 keywords है, जिससे इन्हें याद रखना बहुत आसान है.

7) अपनी flexibility के कारण यह embedded systems programming के लिए बहुत लोकप्रिय मानी जाती है.

8) C एक fast language है. इसका संकलन (compilation) और निष्पादन (execution) समय बहुत तेज है.

9) सी भाषा द्वारा pointers की सुविधा प्रदान की जाती है. हम सीधे pointers का इस्तेमाल करके memory के साथ interact कर सकते है. इन pointers का उपयोग memory, structures, functions, array आदि के लिए किया जाता है.

10) यह गतिशील मेमोरी आवंटन (dynamic memory allocation) की सुविधा का समर्थन करता है. C Language में हम free() function को कॉल करके किसी भी समय allocated memory को मुक्त कर सकते है.


Conclusion

इस पोस्ट में आपने जाना C Language क्या है और क्यों सीखनी चाहिए? इस लेख के अंतर्गत हमने सी भाषा से सम्बंधित लगभग सभी विषय के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश की है. अगर आप इस लेख को पूरे ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको सी लैंग्वेज से सम्बंधित कोई भी सवाल नही रहेगा. लेकिन फिर भी आपके मन मे कोई सवाल या सुझाव हो तो कृपया नीचे comment के माध्यम से हमे जरूर बताये. आपके सवाल का जवाब हम जल्द देने की कोशिश करेंगे.

      यदि आपका कोई परिचित या सहपाठी भी इस विषय के बारे में जानना चाहता है, तो नीचे शेयर बटन का उपयोग करके आप इस लेख को उस तक शेयर कर सकते है




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